Sehr completed a Bachelor’s in Media Studies from the Symbiosis Institute of Media & Communication (UG) in 2017. She then worked in the capacity of a campaigner with the Coastal Resource Centre (CRC), a project of the Chennai based NGO The Other Media. As part of the summer school ‘Nayi Dishayein: Deconstructing Development’ at the Sambhaavnaa Institute of Public Policy & Politcs, she interned with the Chhattisgarh based grassroots movement Hasdeo Arand Bachao Sangharsh Samiti (HASS) in 2018. Sehr has since been working with Manthan as a researcher, studying the impacts of coal-based electricity generation on the environment and people, with a focus on water-related issues.
सहर
सहर ने २०१७ में सिम्बॉयोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ़ मीडिया एंड कम्युनिकेशन से मीडिया स्टडीज़ में स्नातक पढ़ाई की है। इसके बाद चेन्नई स्थित ‘अदर मीडिया’ के ‘कोस्टल रिसोर्स सेंटर प्रोजेक्ट’ में एक कार्यकर्ता के रुप में काम किया। इस काम में म्युनिसिपल सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट (नगरीय ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन) और ‘सेव एन्नोर क्रीक कैम्पेन’ में उनकी सक्रिय सहभागिता रही। साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ के कोरबा ज़िले में स्थित ‘हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिती’ में इंटर्न (प्रशिक्षु) के रूप में काम किया। इसके तहत वन अधिकार, जमीन अधिकार, विस्थापन, कोयला खदानों से जंगलो पर प्रभाव का अध्ययन शामिल था। कोयला और उसके प्रभावों के अध्ययन में रूचि के कारण वे सितम्बर 2018 से ‘मंथन’ के साथ शोधकर्ता के रूप में जुड़ी है। उनका काम का मुख्य रुप से पानी और कोयले से जुड़े बुनियादी सवालों के अध्ययन पर केन्द्रित है।