Rehmat, a science graduate, was a full time activist with the Narmada Bachao Andolan (NBA) for 10 years. Rehmat is a Narmada dam project affected person and belongs to village Chikhalda (Distt.-Dhar, MP), which is to be submerged by the Sardar Sarovar dam. After NBA, he underwent training in the design, planning and implementation of water harvesting projects, and was involved in the execution of several such works subsequently. He was initially with Manthan from July 2003 till Dec 2003, and then has been with Manthan since January 2005. Apart from the detailed study of Bhakra project, he has been associated with Manthan’s work on privatisation of water, particularly privatisation of urban water supply.
रेहमत
विज्ञान स्नातक रेहमत सरदार सरोवर बाँध प्रभावित गॉंव चिखल्दा (जिला-धार, म॰प्र॰) के निवासी हैं। उनने नर्मदा बचाओ आंदोलन में पूर्णकालीन कार्यकर्ता के रूप में 10 वर्ष काम किया। उसके बाद उन्होंने जल संग्रहण परियेाजनाओं की आयोजना, डिजाईन तथा निर्माण का प्रशिक्षण लिया और ऐसी कुछ परियोजनाओं के निर्माण में शामिल रहे। हैं। वे मंथन के साथ जुलाई 2003 से दिसंबर 2003 तक रहे और जनवरी 2005 से पुनः मंथन से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा भी वे मंथन से अनौपचारिक रूप से जुड़े रहे हैं। भाखड़ा के वृहत अध्ययन कार्य के अलावा वे पानी के निजीकरण खासकर शहरी जलप्रदाय के निजीकरण के मुद्दों भी जुड़े हुए हैं।