जल क्षेत्र में सुधार की नीतियों पर ‘नर्मदा जल संघर्ष समिति’ एवं ‘मंथन अध्ययन केन्द्र’ द्वारा 5 अगस्त 2012 को खण्डवा में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य समुदाय में पानी के निजीकरण के प्रति समझ पैदा करना था ताकि समुदाय इसके खिलाफ व्यापक रणनीति बना सके।