राष्ट्रीय जलमार्ग अधिनियम, 2016 के लागू होने के साथ, भारत में देश की लगभग सभी प्रमुख नदियों, खाड़ियों, मुहानों पर कुल 111 राष्ट्रीय अंतर्देशीय जलमार्ग घोषित किये जा चुके हैं। बड़े पैमाने पर व्यावसायिक पोत परिवहन और नौ-संचालन के लिए राष्ट्रीय जलमार्ग विकसित करने के इस कार्यक्रम के शुरू होने के पांच साल बाद, अब तक की गई प्रगति (कोविड-19 से पहले), किये गए दावे और वादे पूरे हुए हैं या नहीं और कार्यक्रम के प्रभावों की समीक्षा मंथन अपनी रिपोर्ट “भव्य योजनायें, कई अनसुलझे सवाल – राष्ट्रीय अंतर्देशीय जलमार्ग कार्यक्रम : दावों, प्रगति और प्रभावों की स्थिति की समीक्षा” के द्वारा प्रस्तुत कर रहा है।