मध्यप्रदेश के मालवा पठार पर स्थित देवास उद्योगों की दृष्टि से महत्वूपर्ण शहर है। सन् 1972 में सरकार ने देवास में औद्योगिक क्षेत्र बनाया जिसमें इस समय कोई 450 औद्योगिक ईकाईयाँ है। इससे शहर की जनसंख्या असामान्य रूप से तेजी से बढ़ने लगी जिसका सबसे ज्यादा प्रभाव पानी पर पड़ा। उद्योगों को पहले क्षिप्रा नदी से पानी दिया गया और बाद में भूमिगत जल का उपयोग किया गया। देवास की वर्तमान जलसमस्या में इसका बड़ा हाथ है। यह रपट देवास की जलसमस्या के परिपेक्ष में निजीकृत देवास जलप्रदाय योजना की चर्चा करती है |